1988 में निर्धारित किए गए एनसीसी के उद्देश्यों ने समय की कसौटी पर खरा उतरा है और वर्तमान देश के सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य की आवश्यकताओं को पूरा करना जारी रखा है। एनसीसी का उद्देश्य युवा नागरिकों में चरित्र, मैत्री, अनुशासन, धर्मनिरपेक्ष दृष्टिकोण, साहसिक भावना और निःस्वार्थ सेवा के आदर्शों को विकसित करना है। इसके अलावा, इसका उद्देश्य संगठित, प्रशिक्षित और प्रेरित युवाओं का एक समूह तैयार करना है, जो जीवन के सभी क्षेत्रों में नेतृत्व गुणों से युक्त हों और वे जिस भी पेशे में जाएं, राष्ट्र की सेवा करें। यह कहने की आवश्यकता नहीं है कि एनसीसी युवा भारतीयों को सशस्त्र बलों में शामिल होने के लिए प्रेरित करने का एक अनुकूल वातावरण भी प्रदान करता है।